कार्य – सिद्धि योग
02 अप्रैल को दोपहर 02.26 से देर रात्रि 05.48 तक
07 अप्रैल को समस्त
08 अप्रैल को प्रात: 05.45 से रात्रि 11.23 तक
11 अप्रैल को समस्त
14 अप्रैल को समस्त
20 अप्रैल को दोपहर 03.34 से देर रात्रि 04.14 तक
23 अप्रैल को प्रात: 05.31 से दिन 10.18 तक
25 अप्रैल को प्रात: 05.29 से दोपहर 15.40 तक
29 अप्रैल को रात्रि 09.48 से देर रात्रि 05.26 तक
30 अप्रैल को प्रात: 05.26 से रात्रि 09.55 तक
अमृत सिद्धि योग
11 अप्रैल को अपराह्न 04.12 से देर रात्रि 05.42 तक
14 अप्रैल को दोपहर 02.36 से देर रात्रि 05.39 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
09 अप्रैल को रात्रि 08.34 से 10 अप्रैल को सायं 06.08 तक।
11 अप्रैल को सायं 04.12 से 12 अप्रैल को दिन 02.54 तक।
15 अप्रैल को दिन 03.36 से 16 अप्रैल को सायं 05.17 तक।
19 अप्रैल को देर रात्रि 01.10 से 20 अप्रैल को देर रात्रि 04.14 तक।
27 अप्रैल को सायं 07.43 से देर रात्रि 03.55 तक।
28 अप्रैल को रात्रि 09.03 से 29 अप्रैल को रात्रि 09.48 तक।
द्विपुष्कर योग
03 अप्रैल को देर रात्रि 05/39 से देर रात्रि 05/47 तक
त्रिपुष्कर योग
23 अप्रैल को दोपहर 01.20 से देर रात्रि 05.31 तक
24 अप्रैल को प्रात: 06.30 से दोपहर 01.06 तक
गुरू पुष्यामृत योग
14 अप्रैल को दोपहर 02.36 से देर रात्रि 05.39 तक
शुद्ध विवाह मुहूर्त
18 सोम उ.फा. में। 19 मंगल उ.फा./हस्त में। 20 बुध हस्त में। 22 शुक्र स्वाती में।
गौना मुहूर्त
20 बुध हस्त में। 22 शुक्र चित्रा में।
मुण्डन मुहूर्त
इस माह नहीं है।
यज्ञोपवीत मुहूर्त
11 सोम रोहिणी में।16 शनि आश्लेषा में।18 सोम पू.फा. में।
नींव पूजन मुहूर्त
20 बुध हस्त में। 22 शुक्र चित्रा/स्वाती में।23 शनि स्वाती में।
गृहप्रवेश मुहूर्त
22 शुक्र चित्रा/स्वाती में।
व्यापार मुहूर्त
02 शनि उ.षा. में,घं. 08/35 के बाद। 07 गुरू रेवती में,घं. 16/54 के बाद। 08 शुक्र अश्विनी में,घं. 11/52 के बाद।
11 सोम रोहिणी में।14 गुरू पुष्य में।20 बुध हस्त में।22 शुक्र चित्रा में।27 बुध मूल में।29 शुक्र उ.षा. में।