पर्वकाल निर्णय- किस पर्व को किस दिन मनाना चाहिए यह एक समस्या का विषय रहा है। इसका पूर्ण निर्णय तो…
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भयात भभोग साधन के लिए सर्वप्रथम आपको जन्म नक्षत्र तथा इष्टकाल को साधित करना होगा, किसे कहेंगे जन्म नक्षत्र ?…
भकूट दोष -भकूट दोष को राशि कूट दोष भी कहा जाता है। यह तीन प्रकार का होता है। षडाष्टक द्विद्वादश नवपंचम।…
ग्रहण योग – कुण्डली में ग्रहण योग एक प्रकार का प्राकृतिक योग है। इस योग का प्रभाव जातक को परेशान…
लग्ने व्यये च पाताले जामित्रे चाष्टमे कुुजे। कन्या भर्तृ विनाशाय वरः कन्या विनाशकृत।। कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम,…
क्या मांगलिक दोष 28 वर्ष के बाद समाप्त हो जाता है? आजकल यह बात अधिक सुनने में आ रही है…
अचानक धन प्राप्ति का योग – यदि पंचमेश बली होकर केन्द्र त्रिकोणआदि में शुभ प्रभाव में हो, राहु अथवा केतु…
ग्रहों की कारक स्थिति -प्रत्येक ग्रह किन किन स्थितियों के कारक हैं । सूर्य – आरोग्य, मन की शुद्धता, पिता,…